दिल्ली (Delhi) के लाल किला (Red Fort) मेट्रो गेट नंबर-1 के पास हुए ब्लास्ट की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। सुरक्षा एजेंसियों ने पाया कि इस हमले की साजिश के लिए गिरफ्तार लेडी डॉक्टर शाहीन (Dr. Shaheen) के जरिए ही पूरे मॉड्यूल को 20 लाख रुपये फंड किए गए थे। जांच में यह भी सामने आया है कि जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammad) से जुड़ा आतंकी उमर मोहम्मद (Umar Mohammad) इस धमाके में शू बॉम्बर (Shoe Bomber) की तरह शामिल था। उसकी i20 कार (i20 Car) से बरामद जूते में TATP विस्फोटक के ट्रेसेस मिले हैं, जो एक बेहद संवेदनशील और खतरनाक एक्सप्लोसिव है। NIA (एनआईए) की जांच में खुलासा हुआ कि इस हमले में डॉक्टरों का एक संगठित व्हाइट-कॉलर नेटवर्क (White-Collar Terror Network) शामिल था, जो गुप्त रूप से कट्टरपंथी संगठनों को लॉजिस्टिक, पैसा और प्लानिंग की मदद दे रहा था। कई डॉक्टरों से पूछताछ चल रही है और उनके फोन, लैपटॉप व बैंक खातों की जांच की जा रही है। एजेंसियों का मानना है कि यह मामला देश में उभरते पढ़े-लिखे प्रोफेशनल आतंकवादी नेटवर्क की सबसे खतरनाक झलक दिखाता है।