देश की आर्थिक सुस्ती को देखते हुए सरकार ने कई कदम उठाए हैं. सरकार का दावा है कि उनके फैसले से उद्योग जगत में खुशी की लहर है वहीं दूसरे पक्ष का कहना है कि सरकार की नीतियां कॉस्मेटिक हैं जिनका असर सिर्फ कुछ समय तक ही रहेगा. आरबीआई के गर्वनर शक्तिकांत दास ने विकास दर 6.1 प्रतिशत होने का अनुमान जताया है जबकि कुछ दिनों पहले तक इसके 6.9 फीसदी होने के अनुमान थे.भारत की मौजूदा आर्थिक स्थिति को लेकर की आज का खास एपिसोड में चर्चा की जा रही है. वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष और राजनीति विश्लेषक ममता काले ने अर्थव्यवस्था से जुड़े तथ्य और जानकारी पेश की, साथ ही वहां मौजूद दर्शकों के भी जवाब दिए.