नागरिकता क़ानून संसद से पास हो चुका है लेकिन पूर्वोत्तर भारत इसके विरोध की आग में जल रहा है, सबसे ज़्यादा विरोध असम में है जहां भाषा और संस्कृति के ख़त्म होने की आशंका ने लोगों को कर्फ़्यू के बावजूद सड़कों पर लाकर खड़ा कर दिया है. इन प्रदर्शनकारियों का साथ देने के लिए सड़कों पर हर वर्ग से लोग सामने आ रहे हैं.