पाकिस्तानी आतंकियों से लड़ते हुए भारतीय मुजाहिद भले शहीद हो गया, लेकिन उसके गृह राज्य बिहार की नीतीश सरकार उसके शहादत में वो गरिमा नहीं दे पायी जिसका वो हक़दार था. मुजाहिद को बुधवार को उसके पैतृक गांव बिहार के भोजपुर जिले के पीरो में सैनिक सम्मान के साथ दफ़नाया गया. हज़ारों की संख्या में सभी जाति और धर्म के लोग मौजूद थे लेकिन ना बिहार सरकार का कोई मंत्री और ना स्थानीय सांसद राजकुमार सिंह पहुंचे.