मुंबई में एक ही दिन और एक ही समय आयोजित शिवसेना के दो दशहरा सम्मेलनों में दोनो तरफ से जमकर आरोपों और प्रत्यारोपों के बाण चले. दोनों ही सम्मेलनों में भीड़ भी खूब जुटी. लेकिन किसने मारी बाजी और कौन सी है असली शिवसेना ? बता रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक विश्वनाथ सचदेव .