यूपी के प्रयागराज में शुक्रवार को दो हत्याएं हुई हैं. प्रयागराज में इलाहाबाद बैंक के मैनेजर अनिल कुमार दोहरे की गोली मार कर हत्या कर दी गई. इसमें जंगल का कोई कसूर नहीं है. तीन बदमाश बाइक पर सवार होकर आए और उनकी कार पर गोलियां चलाने लगे. प्रयागराज में ही रेलवे कालोनी में घर के बाहर बैठे रेलकर्मी की गोली मार कर हत्या कर दी. सोनभद्र में ज़मीन विवाद को लेकर 10 लोगों की हत्या कर दी गई. इस घटना का डिटेल सुनकर लगता है कि कानून व्यवस्था कब तक है यह लोगों की मर्जी पर है. दर्जनों ट्रैक्टर पर सवार होकर, हथियारबंद होकर हमला कर देना और 10 लोगों को गोलियों से भून देना. यह सब सुनकर जंगल राज की याद नहीं आती क्योंकि जंगल राज सिर्फ एक नेता के राज में होता था. वैसे जंगलों में ऐसा कभी नहीं हुआ. ख्वामखाह जंगल बदनाम हो गए. प्रियंका गांधी सोनभद्र गईं. उन्हें मिर्ज़ापुर में ही रोक दिया गया. उन्हें पीड़ित परिवारों से नहीं मिलने दिया गया.