देश में इन दिनों लगातार प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं और इन प्रदर्शनों में देखने को मिल रही है रचनात्मकता. खास तौर पर छात्र आंदोलनों में गीत-कविताएं सुनाई जा रही हैं. क्रिएटिव पोस्टर दिख रहे हैं. अब ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर ये कलाएं एक आंदोलन को कितना ताकत देती हैं? इसी को लेकर आज के हॉट टॉपिक में अपने खास मेहमानों से चर्चा की गई है.