साल 2021 आने तक लग रहा था कि कोरोना से निजात मिल जाएगी. जब यूरोप में कोरोना की दूसरी लहर आई थी तो भारत राहत की सांस ले रहा था कि हम बेहतर स्थिति में हैं. डर बना हुआ था कि कहीं कोरोना की दूसरी लहर ना आ जाए और अब वही हो रहा है. कोरोना के केसों को लेकर कल तक भारत चौथे स्थान पर था और आज मामलों में फिर तेजी आई है और भारत तीसरे स्थान पर पहुंच गया.