कोविड की लहरों ने अस्पतालों में तबाही का मंजर दिखाया था, लेकिन अस्पतालों के बाहर भी कई घरों और बस्तियों में तबाही ने पीड़ित परिवारों का पीछा नहीं छोड़ा. मुंबई की 33 साल की अफसाना का बच्चा कुपोषण का शिकार है और रह रहकर कराहता है. कोविड ने एक सहारा छीन लिया और अब आस कोविड राहत राशि पर टिकी हुई है.