मुहर्रम के लिए यूपी के डीजीपी की एडवाइजरी पर विवाद हो गया है. शिया धर्म गुरुओं ने कहा कि एडवाइजरी में उन्हें विलेन की तरह पेश किया गया है. इसमें लिखा है कि मुहर्रम में सुन्नी वर्ग के खलिफाओं के लिए शिया अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं. जबकि पिछले चालिस साल में लखनऊ में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है. पुलिस इसे वापस ले क्योंकि इससे शिया-सुन्नी झगड़े कीआशंका है. एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) ने एक बयान जारी कर कहा है कि यह पुरानी एडवाइजरी है जो हर साल जारी होती है. इसका मकसद किसी का अपमान करना नहीं है.