कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित और शशि थरूर ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ खुलकर आवाज उठाई. संदीप दीक्षित ने कहा कि वे शीर्ष नेतृत्व से निराश हैं और वरिष्ठ नेता इस बात से डरे हुए हैं कि बिल्ली के गले में घंटी कौन बांधेगा. शशि थरूर ने भी संदीप दीक्षित के सुर में सुर मिलाया और कहा कि गांधी परिवार के अलावा भी किसी को पार्टी की कमान संभालने का मौका दिया जाना चाहिए.