बैंकों का 22,606 करोड, आम जनमानस का 5,000 करोड रोटोमैक में बैंकों का 30695 करोड. दुर्गादास सैठ ज्वेलर द्वारा बैंकों का 390 करोड. यानी 31,691 करोड की राशी तो यहीं पैदा हो जाती है. इसके अलावा आज जो दो विषय हम आपके बीच लेकर आए हैं उस से अब यह राशि 7315 करोड के घोटाले और सामने आ रहे हैं.