चुनावों के दौरान सोशल मीडिया पर कंटेट की मॉनिटरिंग पहली बार संस्थागत तरीके से करने का फैसला किया गया है. लोक सभा चुनावों के दौरान सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल न हो. फेक न्यूज़ को फैलने से रोका जा सके और सोशल मीडिया पर चुनावी कैंपेन के लिए राजनीतिक दलों के खर्च पर नज़र रखी जा सके...इसके लिए बुधवार को चुनाव आयोग ने सोशल मीडिया कंपनियों के लिए कोड ऑफ़ एथिक्स के मसौदे पर चर्चा की. चुनाव आयोग ने तय किया है कि मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट की तर्ज़ पर लोकसभा चुनावों के दौरान सोशल मीडिया कंपनियों के लिए एक "Code of Ethics" लाया जाएगा...जो उनकी जवाबदेही तय करेगा..