कल दिल्ली में एनडीए के सभी सहयोगियो की बैठक हुई थी जिसके बाद राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख चिराग पासवान ने कहा कि इस इस बैठक में शिवसेना की कमी महसूस हुई. वह एनडीए के सबसे पुराने सदस्यो में से एक थे. चिराग पासवान यह भी जोड़ा कि घटक दलो में बेहतर तालमेल के लिए संयोजक नियुक्त करने की जरूरत है. यह भी बता दें कि 2014 से अब 2019 तक करीब 17-18 सहयोगी दल एनडीए छोड चुके हैं.