विदेशों में 4-6 घंटे तो भारत में आख़िर 10-12 घंटे क्यों? मनोरंजन जगत में नन्हें बाल कलाकारों के लिए नये सख़्त गाइडलाइन जारी हुए हैं. क़रीब ढाई साल के अध्ययन के बाद ये गाइडलाइन तैयार किए गए, इस दौरान हैरान करने वाली कई जानकारियां कमेटी को मिलीं. सेट पर जाकर हमने भी पता लगाने की कोशिश किया कि आख़िर बच्चे किन परिस्थितियों में काम करते हैं? देखिए फ़िल्मनगरी मुंबई से ये ग्राउंड रिपोर्ट.