Rajasthan Flash Floods: राजस्थान में बारिश का पैटर्न तेजी से बदल रहा है। पहले पानी के लिए तरसने वाले इलाकों में अब सैलाब सबकुछ डुबाने पर तुला है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के आंकड़े बताते हैं कि 1989 से 2018 के बीच पश्चिमी राजस्थान में भारी बारिश (65 मिमी से ज्यादा) के दिनों की संख्या बढ़ी है। कम समय में ज्यादा बारिश अब बाढ़ का कारण बन रही है। 2006 में बाड़मेर में एक हफ्ते में 750 मिमी बारिश ने 300 से ज्यादा लोगों की जान ले ली थी। 2016 में 120 मिमी प्रतिदिन की बारिश ने सामान्य से ज्यादा तबाही मचाई। रिसर्च के मुताबिक, अगले 25 साल में पश्चिमी राजस्थान में 20-35% और पूर्वी राजस्थान में 5-20% ज्यादा बारिश हो सकती है। इस साल मानसून में 4% ज्यादा बरसात हो चुकी है। क्लाइमेट चेंज का असर साफ दिख रहा है