सोहराबुद्दीन शेख और तुलसी प्रजाप्रति फर्जी मुठभेड़ केस में सभी 22 आरोपी बरी हो गए है. फैसला सुनाने वाले जज एस जे शर्मा जो इसी महीने रिटायर होने वाले है ने कहा कि इस मामले में अभियोजन पक्ष दोनो मुठभेड़ों में रिश्ता साबित नहीं कर सका. दिलचस्प बात ये है कि इस मामले की जांच तीन तीन एजेंसियों ने की फिर भी जानकारों के मुताबिक हैरान करने वाली खामियां सामने आ रही है. इसकी जांच करने वाली टीमों में कोई तालमेल नही था यहां तक कि कई गवाह जो केस को अजाम तक पहुंचाने में अपनी अहम भूमिका निभा सकते थे उन्हें भी आरोपी बनाया गया. फैसले के बाद सोहराबुद्दीन के परिजनों ने फैसले को लेकर नाराजगी जताई है.