दरअसल, हावड़ा में 55-वर्षीय धीरेन सुबह 6 बजे अपनी साइकिल पर काम के लिए रवाना हुए, लेकिन रास्ते में एक टैम्पो ने उन्हें टक्कर मार दी. इसके बाद वह आधा घंटे तक चलती सड़क पर पड़े तड़पते रहे, लेकिन कोई मदद के लिए नहीं आया, और आखिरकार पुलिस ने जब तक उन्हें अस्पताल पहुंचाया, उनकी जान बचाने की सारी उम्मीदें खत्म हो चुकी थीं.