दलितों के ख़िलाफ़ अत्याचार के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। 2014 के मुक़ाबले 2015 में दलितों पर अत्याचार के 7000 मामले बढ़ गए हैं। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष पी एल पूनिया ने गृह मंत्रालय की तरफ से मिले आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा है कि पूरे देश में 2015 में दलितों के खिलाफ अत्याचार की घटनाएं 2014 के मुकाबले 7,000 बढ़ गयीं। सबसे ज़्यादा बढ़ोतरी गुजरात में दर्ज़ की गई हैं।