कर्नाटक के क़द्दावर बीजेपी नेता येदियुरप्पा ने खुद तो चुनावी राजनीति से सन्यास ले लिया लेकिन अपने बेटे विजेंद्रा को कर्नाटक की राजनीति के केंद्र में स्थापित कर दिया है. विजयेंद्र ने प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष की कुर्सी इस वादे के साथ संभाली है कि वो येदियुरप्पा विरोधी खेमे को भी साथ लेकर चलेंगे.