लड़की के ना बोलने पर उसपर धारदार हथियार से हमला कर देना.... ये प्यार के नाम पर कैसी जबरदस्ती है. सही मायनों में कहें तो ये प्यार है ही नहीं. ऐसा इसलिए भी क्योंकि अगर सच में किसी से प्यार करते हैं तो उसे खरोंच आने भर से आप बेचैन से हो जाते हैं. लेकिन यहां तो सिर्फ किसी के इग्नोर करने से या फिर कुछ फोन कॉल्स ना उठाने से आप उसकी जान लेने को आमादा हैं. ये सच में प्यार नहीं है, अगर ये कुछ है तो सिर्फ एक सनक...