उत्तर प्रदेश में उन्नाव के भी ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण काफ़ी तेज़ी से फैल रहा है. यहां मरने वाले ग्रामीणों की तादाद काफ़ी बढ़ गई है. मरने वालों में ज़्यादातर को खांसी बुखार और सांस लेने में दिक्कत हुई. इसका असर उन्नाव में गंगा नदी के किनारे रौतापुर घाट पर दिखने लगा है. यहां एक महीने में क़रीब 300 शवों का अंतिम संस्कार किया गया. अब हालत ये हो गई है कि जो ग़रीब परिवार शवों को जलाकर अंतिम संस्कार नहीं कर पा रहे वो अपने शवों को नदी किनारे दफ़ना रहे हैं. इसका असर ये है कि अब घाट के आसपास शवों को दफ़नाने की जगह नहीं बची है. हालत ये है कि कई शव मिट्टी से बाहर दिखने लगे हैं और इस वजह से आवारा जानवर और कुत्ते वहां मंडराने लगे हैं.