नोटबंदी के बाद जहां पूरे देश में कैश की कमी का आलम हो, राजनीतिक दल एक दूसरे पर कालेधन रखने का आरोप लगा रहे हों, वैसे माहौल में अगर आपको कहीं ढाई सौ मोटरबाइक दिखे, जिसके बारे में उस पार्टी से भी कोई कुछ बोलने बताने वाला नहीं हो जिसके स्टीकर लगे हों. तो अंदाजा लगा सकते हैं कितने सवाल उठेंगे. गोरखपुर के पास हाइवे के किनारे शहर और जंगल के बीच एक जगह करीब ढाई सौ बाइकें रखी गई हैं जिनमें से करीब दो सौ बीजेपी के नाम पर रजिस्टर्ड हैं.