पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ने बड़ी राहत दी है. एफएटीएफ ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर कर दिया है. पाकिस्तान को 2018 में इस लिस्ट में डाला गया था. एजेंसी का दावा है कि पाकिस्तान ने टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में सुधार किया है. भारत की भी प्रतिक्रिया सामने आई है.