एक हफ़्ते की हड़ताल के बाद पश्चिम बंगाल में डॉक्टर अब काम पर लौटने को तैयार हो गए हैं. लेकिन इससे पहले उन्होंने राज्य की ममता बनर्जी सरकार से अपनी सभी मांगें मनवा लीं. अपनी सुरक्षा के मुद्दे को लेकर हड़ताल पर गए डॉक्टरों के साथ पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सख़्ती से पेश आ रही थीं लेकिन जब इन डॉक्टरों को देश भर से समर्थन मिलने लगा और बंगाल में स्वास्थ्य सेवाएं चरमराने लगीं तो ममता ने अपना रुख़ नरम किया और डॉक्टरों को बातचीत के लिए बुलाया. राज्य सचिवालय में डॉक्टरों के प्रतिनिधियों से मुलाक़ात में ममता सभी मांगें मानने को तैयार हो गईं. उधर देश भर में डॉक्टरों ने बंगाल के डॉक्टरों के समर्थन में हड़ताल रखी. महाराष्ट्र में भी क़रीब 40 हज़ार डॉक्टर हड़ताल पर रहे. यहां भी डॉक्टर अक्सर मरीज़ों के परिजनों की हिंसा का शिकार होते आए हैं. राज्य सरकार ने डॉक्टरों से हिंसा के मामले में एक सख़्त क़ानून भी बनाया था लेकिन इस पर सख़्ती से अमल न होने से ये डॉक्टर नाराज़ हैं.