प्रकाशित: अक्टूबर 14, 2015 05:39 PM IST | अवधि: 3:40
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बिहार के चुनावी मैदान में इस बार ऐसे भी उम्मीदवार हैं जिनका इतिहास तो आपराधिक रहा है, लेकिन बाद में उन्होंने पीएचडी कर डॉक्टरेट की उपाधि हासिल कर ली। दिलचस्प ये है कि ऐसे ज्यादातर नेताओं ने रिसर्च के लिए शांति और मानवाधिकार सरीखे मसले का चुनाव किया।