नौवें ब्रिक्स समिट में भारत को एक बड़ी कूटनीतिक क़ामयाबी मिली है. ब्रिक्स घोषणापत्र में जहां आतंकवाद के खिलाफ़ कड़े शब्दों का इस्तेमाल किया गया है, वहीं इसमें लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए- मोहम्मद जैसे संगठनों पर लगाम कसने की बात भी की गई है. यानी चीन चाह कर भी पाकिस्तान को निशाने पर आने से बचा नहीं पाया.