रविचंद्रन अश्विन के संन्यास के साथ ही क्रिकेट के एक अध्याय का भी अंत हो गया। ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच में रिटायरमेंट लेने के साथ ही अश्विन एक खास क्लब में भी शामिल हो गए। उनसे पहले पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले और महेंद्र सिंह धोनी भी ऐसा कर चुके हैं। धोनी ने 2014 में ऑस्ट्रेलिया दौरे में श्रृंखला के बीच में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था जबकि कुंबले ने 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के बीच में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। अश्विन के संन्यास के साथ ही अब विराट कोहली एकमात्र ऐसे प्लेयर रह गए, जिन्होंने भारत को 2011 का वर्ल्ड कप जिताया था और वह अब तक खेल रहे हैं। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली उस टीम के सारे प्लेयर्स अब संन्यास ले चुके हैं, जिसमें सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, युवराज सिंह, सुरेश रैना, यूसुफ पठान, आशीष नेहरा, हरभजन सिंह, जहीर खान, श्रीसंत, मुनाफ पटेल, पीयूष चावला, प्रवीण कुमार सरीखे दिग्गज शामिल थे। भारत ने वानखेड़े स्टेडियम में हुए उस रोमांचक फाइनल में श्रीलंका को हराकर 28 साल बाद ट्रॉफी जीती थी।