भारत की राजनीति आपको थीम और थ्योरी में भटका रही है. भारत का नौजवान रोज़ एक लड़ाई हार रहा है. उस तक सिर्फ नारे पहुंचाए जा रहे हैं मगर उसकी आवाज़ किसी के पास नहीं पहुंच रही है. इंदौर में एक मेडिकल कॉलेज है. इंडेक्स मेडिकल कॉलेज. 10 जून 2018 को स्मृति लहरपुरे ने आत्महत्या कर ली. 8 अगस्त को उसी मेडिकल कॉलेज की एक और छात्रा शिवानी उइके ने आत्महत्या कर ली. दोनों के कारण एक से हैं फीस. मनमानी फीस. शिवानी उइके एक अच्छी डॉक्टर बन सकती थी मगर फीस की मार ने उसे मार दिया. उसने अपनी सुसाइड नोट में लिखा है कि सभी को ठीक करना चाहती हूं पर क्या करूं, मुझे कुछ समझ नहीं आता. सोच रही हूं कि शायद ये करूंगी तो एक का ख़र्चा कम हो जाएगा. मुझे नहीं लगता कि कुछ ग़लत कर रही हूं. मुझे बहुत गिल्टी फील होती है आपसे पैसा मांगने में. नहीं अच्छा लगता है बिल्कुल. प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों का कुछ पता नहीं होता.