राजस्थान के जोधपुर से आई ये खबर पूरे देश को हिला देने वाली है। टीचर संजू बिश्नोई ने अपनी 3 साल की मासूम बेटी यशस्वी को गोद में लेकर खुद को जला लिया। पीछे छोड़ा एक सुसाइड नोट, जिसमें पति दिलीप बिश्नोई, ससुरालवालों और एक शख्स गणपत सिंह पर दहेज प्रताड़ना का गंभीर आरोप। ये कहानी ग्रेटर नोएडा की निक्की की भी याद दिलाती है… जिसने दहेज के लालच में अपनी जान गंवा दी। सवाल वही है—कब तक दहेज की आग में जलती रहेंगी हमारी बेटियां?