इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में 128 साल बाद छात्र संघ के अध्यक्ष पद पर चुनी जाने वाली रिचा सिंह का इल्ज़ाम है कि उसके साथ भी कन्हैया और रोहित वेमुला जैसा बर्ताव किया जा रहा है। यूनिवर्सिटी के वीसी ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय को लिख दिया है कि उसका एडमिशन गैर कानूनी है। जबकि रिचा सिंह कहती है कि उसका एडमिशन यूनिवर्सिटी के लीगल एडवाइजर की कानूनी राय और हाइकोर्ट के आदेश से हुआ है।