जिस दिन संसद में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए दो नोटिस दायर किए गए, उसी दिन 2019 में संसद में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी वायरल हो गई, सत्तारूढ़ बीजेपी में कई लोगों ने इसे उनकी "भविष्यवाणी" कहा. बजट सत्र के दौरान राष्ट्रपति के भाषण पर बहस के 7 फरवरी 2019 के एक वीडियो में, प्रधान मंत्री को यह कहते हुए सुना जाता है कि विपक्ष को 2023 में एक और अविश्वास प्रस्ताव के लिए तैयार रहना चाहिए.