हमारे मिड टर्म पोल में किसी एक राष्ट्रीय पार्टी को भारी बहुमत नहीं मिल रहा है। कांग्रेस कमज़ोर हो रही है लेकिन क्या सेकुलर राजनीति के नाम पर कांग्रेस का कोई चांस है। अगर कांग्रेस का चांस नहीं है तो क्या कांग्रेस किसी का चांस बना सकती है। मुलायम का या मोदी विरोध के नाम पर नीतीश का। बीजेपी का सिनेरियो क्या है...। नरेंद्र मोदी पूरे चुनाव के बेंचमार्क हैं तो एनडीए के भीतर भी बेंचमार्क हैं। अगर बीजेपी को 99 की तरह 182 सीटें मिल जाएं या इससे भी ज्यादा तो मोदी को रोकना मुश्किल होगा लेकिन बीजेपी इस तरह से सीटें हासिल करती नहीं दिख रही है... तो मोदी के नाम पर एनडीए का गठबंधन कैसा होगा। बाहर से कौन दल एनडीए में आएंगे और भीतर से कौन दल बाहर जाएंगे... या एनडीए में ही नीतीश का चांस बन जाएगा...। देखिए एनडीटीवी मध्यावधि चुनाव सर्वे 2012...।
[Fieldwork by Ipsos]