लंबे समय तक COVID संक्रमण के कारण कुछ लोगों में प्रोसोपेग्नोसिया (Prosopagnosia)हो सकता है, जिसे सामान्य तौर पर "फेस ब्लाइंडनेस" के रूप में जाना जाता है. ताजा स्टडी में यह खुलासा हुआ है. इस वीडियो में NDTV के अरुण सिंह बता रहे हैं स्टडी के प्रमुख निष्कर्ष