हिंदी सिनेमा और टीवी सीरियल्स में 'संस्कारी बाबूजी' के नाम से मशहूर एक्टर आलोक नाथ फिलहाल इंडस्ट्री से दूरी बनाए हुए हैं. आलोक नाथ पर 2018 में मी टू मूवमेंट के दौरान राइटर और फिल्म मेकर विंदा नंदा और कई महिलाओं ने सेक्शुअल अब्यूज का आरोप लगाया गया था. इन आरोपों के सामने आने के बाद आलोक नाथ को काम मिलना बंद हो गया और वह दोबारा किसी फिल्म या शो में नजर नहीं आए. उन्हें आखिरी बार फिल्म 'दे दे प्यार दे' में देखा गया था जो 2019 में रिलीज हुई थी. अब आलोक नाथ की गैरमौजूदगी पर एक्ट्रेस नारायणी शास्त्री ने बात की है. सिद्धार्थ कन्नन के साथ उनका इंटरव्यू वायरल हो रहा है जहां उन्होंने 2002-2006 तक टीवी शो 'पिया का घर' में आलोक नाथ के साथ काम करने के अपने एक्सपीरियंस के बारे में बात की.
नारायणी शास्त्री ने आलोक नाथ को अपना पसंदीदा को स्टार बताया. आलोक नाथ के साथ काम करने के बारे में नारायणी ने कहा, "मैं उन्हें बहुत पसंद करती हूं. उन पर लगे आरोपों से मैं आहत हुई थी. वह मेरे बहुत पसंदीदा को-स्टार थे. मुझे कभी किसी के साथ काम करने में इतना मजा नहीं आया जितना उनके साथ आया." यूनिट में 5 लड़कियां काम करती थीं और अपने पर्सनल एक्सपीरियंस से मैं कह सकती हूं कि वह हमारे साथ बहुत अच्छे से पेश आते थे. आलोक जी के घर पर हम एक साथ बहुत सारी पार्टियां करते थे. हां वह थोड़ी बहुत शराब पीते थे लेकिन उन्होंने कभी दुर्व्यवहार नहीं किया. उनके जीवन में और जो कुछ भी हुआ मुझे नहीं लगता कि मुझे उस पर कमेंट करना चाहिए."
नारायणी शास्त्री ने कहा कि जब वह सेट पर आलोक नाथ के साथ काम करती थीं तो वह उन्हें अपनी बेटी की तरह मानते थे. "जब उन पर आरोप लगे तो मैंने उनसे बात करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया. लेकिन मेरी उनसे कुछ देर पहले बात हुई थी. वह बहुत हैरान थे क्योंकि हमारी बातचीत काफी समय बाद हुई थी. उनका दिल थोड़ा टूट गया है. वह मेरे लिए बहुत अच्छे थे, अच्छे हैं और हमेशा रहेंगे."
1956 में जन्मे आलोक नाथ ने 1982 में सर रिचर्ड एटनबरो के डायरेक्शन में बनी फिल्म 'गांधी' से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की. 'बुनियाद' में एक्टिंग करने के बाद वह टेलीविजन पर सुपरस्टार बन गए जो 1986 में सबसे लोकप्रिय टीवी शो में से एक था.