TMKOC: 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah)' में जेठालाल की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं. गड़ा इलेक्ट्रॉनिक्स खतरे में हैं और जेठालाल (Jethalal) अपना सबकुछ गंवाने के कगार पर हैं. अब जेठालाल के सामने एक ऐसा सवाल खड़ा हो गया है जिसका जवाब दे पाना उनके लिए बहुत ही मुश्किल हो गया है. जेठालाल को अपनी पुश्तैनी जमीन और कड़ी मेहतन से बनाए गए गड़ा इलेक्ट्रॉनिक्स के बीच में से एक को चुनने का फैसला लेना पड़ सकता है.
'तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah)' में जेठालाल का आर्थिक संकट उन्हें अपनी पुरखों की जमीन बेचने पर मजबूर कर देता है. ना चाहते हुए भी गड़ा इलेक्ट्रॉनिक्स बचाने के लिए वह जमीन बेचने का फैसला करता है. लेकिन जेठालाल के दादाजी उनके सपने में आकर उन्हें कुछ ऐसा बताते हैं जिसकी वजह से जेठालाल और चंपकलाल दोनों जमीन बेचने का खयाल दिमाग से निकाल देते हैं. लेकिन दूसरी ओर सुंदरलाल जमीन का सौदा कर खरीददार से डील फाइनल कर देता है जिसकी जेठालाल को भनक तक नहीं है.
क्या होगा जब 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah)' में जेठालाल (Jethalal) को सुंदरलाल की डील के बारे में पता चलेगा? सुन्दरलाल बहुत होशियार है. तो क्या वह अपनी बात जेठालाल से मनवा लेगा. एक तरफ है गड़ा परिवार की पुश्तैनी जमीन और दूसरी तरफ गड़ा इलेक्ट्रॉनिक्स जो गड़ा परिवार का सिर्फ सपना ही नहीं बल्कि उनका भविष्य भी उसी पर निर्भर है. कैसी अजीब चुनौती है यह जेठालाल के सामने. जेठालाल ने बड़े ही श्रम, लगन और सालों की मेहनत से गड़ा इलेक्ट्रॉनिक्स को उभारा है. जेठालाल के लिए गड़ा इलेक्ट्रॉनिक्स ना केवल उनकी रोजी रोटी है बल्कि उनके जिंदगी की सबसे बड़ी पूंजी है. 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah)'में जेठालाल के लिए जमीन बेचना असंभव सा है. इस मुश्किल घड़ी में पूरी गोकुलधाम सोसाइटी जेठालाल के साथ एकजुट होकर खड़ी है लेकिन क्या गोकुलधाम निवासी कर पाएंगे इस बार जेठालाल की मदद यह देखना काफी दिलचस्प हो गया है.