तारक मेहता का उल्टा चश्मा में जब से एक नया मेहमान आया है, गोकुलधाम सोसाइटी में रोज एक नया हल्ला मच रहा है. मजे की बात यह है कि सोसाइटी में टप्पू सेना को छोड़ और किसी को भी पता नहीं है कि सोसाइटी में अचानक ऐसी गड़बड़ क्यों हो रही है. अचानक से गड़ा इलेक्ट्रॉनिक्स में सामान के बक्से के बीच से बिल्ली की आवाजें आना, बापूजी को छींके आना, गोकुलधाम सोसाइटी के कंपाउंड में अकस्मात बिल्ली का गुजरना यह तो सबने देखा है पर किसी ने यह नहीं जाना कि टप्पू सेना मिलकर इस बिल्ली को संभाल रही है.
यह छोटी, प्यारी बिल्ली गोकुलधाम सोसाइटी में आफत न बन जाए. अगर ऐसा हुआ और किसी को इसकी खबर लग गयी तो टप्पू सेना की खैर नहीं और इसकी शुरुआत हो चुकी है. बिल्ली क्लब हाउस से निकलकर सखाराम पर बैठकर आराम कर रही है. बस इतना ही नहीं, उसके स्वभाव के हिसाब से बिल्ली ने बैठे-बैठे सखाराम की सीट नोंच नोंच के फाड़ डाली है. अब सखाराम के मालिक गोकुलधाम सोसाइटी के एकमेव सेक्रेटरी है यह बिल्ली थोड़ी न समझेगी!
इस बार जेठालाल बुरी तरह से भिड़े के चंगुल में फंस गए हैं और बात यह है कि उन्हें तो पता ही नहीं कि उनकी गलती क्या है. इसे कहते है करे कोई, भरे कोई. टप्पू सेना ने यह पूरा किस्स्सा देखा है. आज न कल वे पकड़े जाएंगे इसका डर उन्हें भी है और तब टप्पू जेठालाल से बचके जाएगा कहां इसकी चिंता टप्पू को भी है।. पर इस बार टप्पू सेना के हालात ऐसे है कि जान बची तो लाखों पाए.
जेठालाल और भिड़े का झगड़ा सुलझ जाए इससे पहले टप्पू सेना को कुछ न कुछ करना होगा. यह भी हो सकता है कि इस बार यह झगड़ा भयानक रूप ले, क्योंकि भिड़े के कहने के मुताबिक सखाराम की सीट जेठालाल ने फाड़ी है. बस, अब भिड़े को कोई नहीं रोक सकता सिवाय टप्पू सेना के और टप्पू सेना अगर सच्चाई बता दे तो बिल्ली को गोकुलधाम सोसाइटी में रखना असंभव है. इस बार जेठालाल और भिड़े का झगड़ा क्या रूप लेगा, यह तो तारक मेहता का उल्टा चश्मा के शो में ही देखने को मिलेगा. यह भारतीय टेलीविजन शो पहली बार 28 जुलाई, 2008 को प्रसारित किया गया था और शो के 3300 से अधिक एपिसोड पूरे हो चुके हैं.