'साथ निभाना साथिया' की गहना दसवीं के बाद से ही देने लगी थीं ऑडिशन, 5 लड़कियों के साथ करती थीं रूम शेयर, काम के मिलते थे 2000 रुपये

Saath Nibhaana Saathiya 2: टीवी सीरियल 'साथ निभाना साथिया 2' की गहना का किरदार काफी पॉपुलर हुआ था. इस किरदार को स्नेहा जैन ने निभाया था, जानें किस तरह उन्होंने रखा एक्टिंग की दुनिया में कदम.

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Saath Nibhaana Saathiya 2: 'साथ निभाना साथिया 2' की एक्ट्रेस का जानें संघर्ष
नई दिल्ली:

अपने एक्टिंग और किरदारों के चयन को लेकर खास पहचान रखने वाली 'साथ निभाना साथिया' की गहना यानी स्नेहा जैन टीवी इंडस्ट्री का एक जाना-पहचाना चेहरा है. 'साथ निभाना साथिया 2' से जहां उन्होंने शुरुआत की, वहीं वह एक्टिंग के लिए कोशिशें काफी कम उम्र में ही शुरू कर चुकी थीं. स्नेहा ने दसवीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद ही ऑडिशन देने शुरू कर दिए थे तो ग्रेजुएशन के बाद चीजों ने शानदार मोड़ लिया. 'साथ निभाना साथिया' सीरियल को फैन्स का खूब प्यार मिला था.

स्नेहा जैन बताती हैं, 'मुझे जल्द ही छोटी भूमिकाएं मिलनी शुरू हो गईं. मैंने बैरी जॉन का एक्टिंग सर्टिफिकेट कोर्स किया और उसके बाद मैंने क्राफ्ट को बेहतर तरीके से सीखने के लिए थिएटर किया. मैं दर्शकों का दिल जीतने के लिए खुद को अच्छे से तैयार करना चाहती थी. मुझे कुछ किरदार मिले, इनके लिए मुझे सिर्फ एक या दो दिन काम करना होता था. किरदार छोटे थे, लेकिन शुरुआत करने का मौका मिल गया. शुरुआत में मुझे ज्यादा डायलॉग्स नहीं मिलते थे क्योंकि मुझे दोस्तों या राहगीरों के रोल मिलते थे. इस तरह मैं टीवी में आई. मुझे एक दिन के 2000 रुपये मिलते थे और मैं 4-5 लड़कियों के साथ एक कमरा शेयर करती थी. मुझे उन दिनों का कोई अफसोस नहीं है क्योंकि उन्होंने मुझे बहुत कुछ सिखाया है. मैं अब भी संघर्ष कर रही हूं, मुझे लगता है कि हमारे उद्योग में यह एक अंतहीन संघर्ष है.'

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'साथ निभाना साथिया 2' फेम एक्ट्रेस का इरादा अलग-अलग मीडियम में काम करने का है और इसके लिए वह लगातार मेहनत कर रही हैं. स्नेहा जैन बताती हैं, 'एक बार मैं होमी वाडिया के साथ चीख का एक एपिसोड कर रही थी, जो प्रसिद्ध निर्देशक और गुजराती निर्माता हैं. वह थिएटर के लिए जाने जाते हैं. वह इस शो को प्रोड्यूस कर रहे थे जहां मैंने एक पत्रकार का किरदार निभाया था और हम एक हवेली में शूटिंग कर रहे थे. कहानी के दूसरे भाग में, मेरे चरित्र पर शैतान का साया हो जाता है. यह एक मुश्किल और चुनौतीपूर्ण भूमिका थी जहां मैं खुद को आईने में देखकर रोई थी. जिस दिन हम सीन की शूटिंग कर रहे थे, होमी वाडिया सेट पर थे और उन्होंने मुझे परेशान देखा. उन्होंने अपने राइटर को कॉल किया और राइटर ने मेरी बात कह दी और डायरेक्टर को मेरी मदद करने को कहा. उन्होंने मुझे तैयारी का समय दिया और कहा कि अगली सुबह वे मेरे सीन की शूटिंग करेंगे. मैं बहुत खुश थी कि मुझे मौका मिल रहा है. जब आप अपने डायलॉग जानते हैं, तो आप अपने एक्सप्रेशन पर अच्छे से काम कर सकते हैं. सर ने कहा कि मैं बहुत बड़ा स्टार बनने वाली हूं. बाद में मुझे 'साथ निभाना साथिया 2' मिला और मैंने उन्हें फोन किया. वह हमेशा मुझसे कहते हैं कि मैं उनकी स्टार हूं और इससे मुझे काफी मदद मिली.'