‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी' अपने पहले एपिसोड से ही दर्शकों का दिल जीतते हुए भारतीय टेलीविजन का जाना-पहचाना नाम बन चुका है. दिलचस्प कहानी, यादगार किरदार और भावनाओं की गहराई ने हमेशा दर्शकों को विरानी परिवार की जिंदगी से जोड़े रखा. तुलसी और मिहिर का रिश्ता, उनके बच्चों के सामने आने वाली मुश्किलें और आदर्शों व हकीकत के बीच टकराव ने इस शो को सिर्फ मनोरंजन से आगे बढ़ाकर रिश्तों का ऐसा आईना बना दिया, जिससे दर्शक गहराई से जुड़ पाते हैं.
हाल ही में जारी प्रोमो में मिहिर और तुलसी की बेटी परी अपनी जिंदगी के नए सफर की शुरुआत करने जा रही है, क्योंकि घर में शादी की तैयारियां हो रही हैं. लेकिन इस बदलाव के पल में खुशी से ज्यादा तनाव का माहौल है. मिहिर और तुलसी के बीच मतभेद खुलकर सामने आ जाते हैं, जिससे परिवार में बेचैनी है. एक तीखी बहस में मिहिर तुलसी को चेतावनी देता है कि अगर परी की शादी में कुछ गलत हुआ, तो उसकी जिम्मेदारी सिर्फ उन्हीं की होगी. यह टकराव परिवार को खामोश कर देता है और दर्शकों के मन में बस यही सवाल छोड़ देता है कि अब तुलसी क्या करेंगी?
तुलसी हमेशा सच और सही के लिए डटकर खड़ी रहने वाली महिला रही हैं. चाहे हालात उनके खिलाफ ही क्यों न हों. अब उनके सामने अपनी बेटी की खुशी बचाने के साथ-साथ मिहिर के साथ बिगड़े रिश्ते को संभालने की मुश्किल चुनौती है. क्या आखिर में मिहिर उनके साथ खड़े होंगे? और तुलसी कैसे परी को अपना नजरिया समझाएंगी, बिना हालात को और बिगाड़े?