Kaun Banega Crorepati 16 Latest Episode: सोनी टीवी के शो ‘कौन बनेगा करोड़पति' का 16वां सीजन चल रहा है, जिसमें ‘इंडिया चैलेंजर वीक' में दिल्ली की शालिनी शर्मा शामिल हुईं. इस दौरान उन्होंने होस्ट अमिताभ बच्चन के साथ दिल छूने वाला सफर को दर्शकों के सामने रखा. जकि 'जल्दी 5 बज़र राउंड' में हिस्सा लेते हुए हॉट सीट पर अपनी जगह पक्की कर ली. वहीं सफर जारी रखते हुए वह 50 लाख पाने की ओर बढ़ीं. लेकिन उनका सपना टूट गया. इसी को लेकर शालिनी शर्मा ने NDTV से बातचीत की.
सवाल- आप एक प्रेरणा बनकर सामने आई हैं, जिन्हें खुद अमिताभ बच्चन ने सराहा है तो क्या कहना चाहेंगी.
जवाब- मेरी प्रेरणा मेरा बच्चा है, जिसकी वजह से आज मैं यहां पहुंची हूं. तो मैं उन सभी से यह कहना चाहूंगी, जो केबीसी के लिए प्रयास करते हैं कि अपनी कोशिशें जारी रखे. आप सब का भी सपना उतना ही जल्दी पूरा होगा जैसे मेरा हुआ है. थोड़ा सब्र रखना पड़ता है. हमने बचपन से सुना है कि सब्र का फल मीठा होता है वो मुझे आज जाकर पता चला. क्योंकि जब मुझे 16 साल की तपस्या का फल मिला. अमिताभ बच्चन जी ने मेरी तारीफ की. मेरे लिए जो शब्द इस्तेमाल करे. उनका मैं तहे दिल से शुक्रिया करना चाहूंगी. जिस तरह से एक पिता अपनी बेटी की तारीफ करता है उन्होंने उस तरह से मेरी तारीफ की. मैं खुशनसीब समझती हूं अपने आप को.
सवाल- आखिरी सवाल क्या था और क्या इसका जवाब ना दे पाना आपको खलेगा.
जवाब- आखिरी सवाल ओलंपिक से जुड़ा हुआ था. मैंने इंडियन ओलंपिक की तैयारी की थी कि भारतीय खिलाड़ियों ने कब कब हिस्सा लिया. कौन कौन फ्लैग बियरर था और किस किस ने क्या जीता. मैं पूरी भारतीय इतिहास के बारे में जानकारी लेकर गई थी. और वो जो सवाल था उसके बारे में मैंने नहीं पढ़ा था. सवाल था कि नीरज चोपड़ा से पहले किसने जैवलिन थ्रो में मेडल जीता,जिसके लिए मुझे बहुत दुख हुआ क्योंकिमैंने उसकी बहुत तैयारी की थी.
सवाल- 50 लाख पाने से पहले सपना टूटना कैसा था? और अगर दोबारा मौका मिलेगा तो क्या आप इस शो में दोबारा भाग लेंगी.
जवाब- 25 लाक तक का सफर मेरा अच्छा रहा और आगे जाकर अगर मुझे इस शो में दोबारा आने का मौका मिला तो मैं जरुर इस शो का हिस्सा बनना चाहूंगी और ज्यादा से ज्यादा धनराशि जीतना चाहूंगी.
सवाल- सबसे मुश्किल सवाल कौन सा लगा?
जवाब- सबसे मुश्किल सवाल मुझे राजनीति का लगा, जिसकी मुझे जानकारी कम है. मैं बहुत सारे नेताओं के बारे में पढ़कर गई थी. तो जब भी कोई राजनीति का सवाल आता था तो वहां पर ज्यादा मुश्किल लगती थी क्योंकि मैं नेताओं का नाम नहीं जानती थी.