छोटे पर्दे के शो 'कौन बनेगा करोड़पति' को सपने सच कर देने वाला शो बताया जाता है लेकिन कई लोग इस फिल्म पर कई बार स्क्रिप्टेड होने का आरोप लगता है. फिलहाल इस शो का 15वां सीजन चल रहा है और इस सीजन के पहले करोड़पति ने इस शो के स्क्रिप्टेड होने के सवाल पर भी खुलासा किया. 21 साल के जसकरण ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान अपने एक्सपीरियंस शेयर किए.
कौन बनेगा करोड़पति की अपनी पहली याद के बारे में बात करते हुए जसकरण सिंह ने कहा कि पहले उन्होंने इसे ऑडियंस मेंबर्स के तौर पर देखा था लेकिन वह जल्द ही इस शो में आना चाहते थे. उन्होंने कहा कि 2020 में उन्हें ऑडिशन के अगले लेवल के लिए कॉल करने वाला पहला मैसेज अभी भी उनके फोन पर सेव है. “वह पहली बार था जब मुझे थोड़ी उम्मीद जगी कि मैं भी उस हॉट सीट पर बैठ सकता हूं. हालांकि मैं तब और उसके बाद भी सफल नहीं हो सका. फिर भी मैं अड़ा रहा और फाइनली इस बार सफल हुआ. ईमानदारी से कहूं तो मैं शो में आना चाहता था और मेरे सामने रखे गए हर सवाल का जवाब देना चाहता था. मैं जैकपॉट के विजेता के रूप में घर वापस आना चाहता था."
केबीसी के कंटेस्टेंट्स के लिए जसकरन सिंह की सलाह
अब जब वह ऑडिशन पास करने में कामयाब हो गए तो कई लोग टिप्स के लिए उनसे बात करने की सोच रहे होंगे. इस पर जसकरन ने कहा इसका सीक्रेट 'कड़ी मेहनत और धैर्य' है. उन्होंने आगे कहा, “यह सिर्फ केबीसी के लिए नहीं बल्कि जीवन में भी है. आप अपने लिए कोई भी लक्ष्य तय करें. उसे हासिल करने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी. मेरा मानना है कि आपकी किस्मत तभी आपकी मदद करेगी जब आप उस मौके का फायदा उठाने के लिए अच्छी तरह तैयार होंगे. मैं हर किसी से कहूंगा कि अगर वे ऑडिशन में सफल नहीं हो पाते हैं तो निराश न हों या यहां तक कि जो लोग फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट राउंड से घर वापस चले जाते हैं वे भी निराश न हों. किस्मत आपको तैयारी के लिए एक और साल दे रही है. केबीसी एक ऐसा शो है जिसका कोई सिलेबस नहीं है इसलिए अच्छी तैयारी करते रहें ताकि जब आप आखिरकार हॉट सीट पर हों तो बड़ी रकम जीत सकें.'
इस शो के फैन्स के बीच एक ग्रुप ऐसा भी है जो इस शो और इसके विजेताओं पर उंगलियां उठाता है. कई लोगों का मानना है कि मेकर्स कुछ लोगों को विजेता चुनते हैं. खासकर जब वे साधारण बैग्राउंड से आते हैं. शो के स्क्रिप्टेड या फिक्स होने के दावों पर रिएक्ट करते हुए जसकरन सिंह ने कहा, “मुझे लगता है कि जब लोग किसी चीज के बारे में नहीं जानते हैं तो वे धारणाएं बना लेते हैं. देशभर से लाखों या करोड़ों लोगों ने केबीसी के लिए ऑडिशन दिया है. वे जानते हैं कि पहले कुछ राउंड को पार करना भी एक मुश्किल प्रोसेस है. जिन्होंने कभी कोशिश भी नहीं की वे ही ऐसे दावे करते हैं."