होटल को बनाया घर, चेहरे पर उगाए बाल, वैक्सिंग की मनाही, दांतों में तार...जब अपने असली नाम से अवार्ड भी नहीं ले पाई थी ये एक्ट्रेस

छोटे पर्दे पर आने वाला सीरियल जस्सी जैसी कोई नहीं याद है आपको. साल 2003 में टीवी पर आए इस शो ने जबरदस्त पॉपुलेरिटी हासिल की थी.

विज्ञापन
Read Time: 10 mins
जस्सी जैसी कोई नहीं शो के लिए मोना सिंह ने की थी कड़ी मेहनत
नई दिल्ली:

छोटे पर्दे पर आने वाला सीरियल जस्सी जैसी कोई नहीं याद है आपको. साल 2003 में टीवी पर आए इस शो ने जबरदस्त पॉपुलेरिटी हासिल की थी. शो की हल्की फुल्की सी दिल को छू लेने वाली कहानी, साफ सुथरा प्रेजेंटेशन और हर रोज बढ़ने वाला सस्पेंस, दर्शकों को इस बात के लिए मजबूर कर देता था कि वो अगले एपिसोड का वेट करें. फिल्म का मेन अट्रैक्शन ही जस्सी थी जिसके इर्द गिर्द पूरे शो की कहानी घूमती थी. मोना सिंह ने इस शो से अपने करियर की शुरुआत तो कर दी थी लेकिन बदसूरत नजर आने के लिए उन्हें सजने संवरने से ज्यादा मेहनत करनी पड़ती थी.

चेहरे पर उगाए बाल, बदला पूरा लुक

इस शो के दौरान मोना सिंह पर बहुत सी बंदिशें थीं. मोना सिंह की असल सूरत को शो में ऐसा लुक दिया जाता था कि वो बहुत ही अनप्रेंजेंटेबल लड़की हैं. एक इंटरव्यू में मोना सिंह ने बताया कि उन्हें वैक्सिंग करवाना, अपर लिप करवाना भी अलाऊ नहीं था. उनके चेहरे पर एक्स्ट्रा बाल लगाए जाते थे. उनकी पहचान लीक न हो जाए इसलिए उन्हें अपने घर तक रहना की छूट नहीं थी. वो होटल में रहती थीं, वहीं से शूट पर जाती थीं. उन्हें लेने आने वाली गाड़ियां तक रोज बदली जाती थीं.

पहचान को रखा गया था छिपाकर

जस्सी जैसी कोई नहीं शो के लिए अपनी पहचान छुपाने का मोना सिंह पर इस कदर प्रेशर था कि उनके को स्टार तक से वो अपनी असल सूरत में नहीं मिल सकती थीं. उनके दांतों पर भी तार लगाए गए थे और ड्रेसअप भी ढीला ढाला रखा गया था. उनकी पहचान पता लगने के डर से मीडिया के चैलेंज के बीच मोना सिंह को अपना अवॉर्ड भी असल नाम से नहीं मिला था. बल्कि अपने ऑन स्क्रीन नाम जसमीत वालिया के नाम से ही उन्होंने वो अवॉर्ड लिया था.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Jhansi College Fire: 18 शिशुओं के इलाज की क्षमता फिर भी 50 नवजात थे एडमिट, NDTV का Reality Check