चकोरी भूतनी का डर अब बहुत वास्तविक है—और आज रात, यह भूतिया बंगले में सभी के दिलों को जकड़ लेता है. एक-एक करके, गोकुलधाम के निवासी सोफे के पीछे, टेबल के नीचे और अलमारी के अंदर छिप जाते हैं, ताकि उसके प्रकोप से बच सकें. सोढ़ी और उनके बेटे गोगी, जो अपने निडर रवैये के लिए जाने जाते हैं, छिपने से इनकार करते हैं. जबकि गोगी मेहता और अंजलि को पुकारना शुरू करता है जो दूसरे कमरे में छिपे हुए हैं, सोढ़ी अकल्पनीय काम करता है—वह खुद भूतनी को पुकारता है और उसे चुनौती देता है कि वह उसका सामना करे!
डर और हताशा के बीच फंसा रोशन, उन दोनों से सभी की सुरक्षा के लिए चुप रहने की विनती करता है. क्या उनकी हिम्मत समूह की रक्षा करेगी—या आत्मा को और भी भड़काएगी? क्या रोशन तूफ़ान को शांत कर पाएगा या सोढ़ी ने हालात और खराब कर दिए हैं? आज रात 8:30 बजे सोनी सब पर रोमांचकारी एपिसोड दिखाया जाएगा.
बंगले में भूत होने का पता चलने के बाद अंजलि अपना आपा खो देती है और तारक के बॉस को फोन करके उन्हें वहां भेजने से पहले सच्चाई न बताने के लिए डांटती है, लेकिन उसको गुस्सा बहुत देर से आता है. एक-एक करके, गोकुलधाम के सदस्य घर के अलग-अलग कोनों में चकोरी भूतनी को देखना शुरू कर देते हैं - और घबराहट शुरू हो जाती है. भयभीत और भ्रमित, सभी उसके क्रोध से बचने की उम्मीद में बंगले के अलग-अलग हिस्सों में छिपने के लिए भागते हैं. लेकिन क्या छिपना ही काफी होगा? या वे पहले से ही भूतनी के जाल में फंस चुके हैं?