पुराने यादों के गलियारे अगर घूमें तो उन यादों का एक अहम हिस्सा दूरदर्शन भी होगा. जिसने लाखों बच्चों के बचपन को मनोरंजक और दिलचस्प बनाया है. कुछ ऐसे यादगार शो दिए हैं जो हर बच्चे की पसंद हुआ करते थे. आप नब्बे के दशक के बच्चे होंगे तो बहुत से शो आपको याद भी होंगे. जिनमें हर तरह का फ्लेवर भी मौजूद हुआ करता था. जो लोग हल्की फुल्की दिल बहलाने वाली कहानियां देखना पसंद करते हैं उनके लिए मालगुडी डेज जैसा शो. जो थ्रिल पसंद करते हैं उनके लिए और जो कार्टून देखना पसंद करते हैं- हर तरह के बच्चों के लिए दूरदर्शन पर लंबी चौड़ी वैरायटी के शोज थे. आइए बताते हैं बच्चों के गुजरे जमाने के शानदार शो और आज इन्हें कहां देख सकते हैं आप.
1. मालगुडी डेज
इस शो ने लंबे अरसे तक बच्चे ही नहीं घर के बड़ो का भी वीकेंड एंटरटेनिंग बनाया है. आर के नारायण की किताब पर बेस्ड मालगुडी डेज 1980 के दशक में दूरदर्शन पर आता था. इस शो में एक बच्चे स्वामी और उसके दोस्तों के इर्द गिर्द घूमती छोटी छोटी कहानियां थीं. जो एक काल्पनिक शहर में रहते हैं जिसका नाम था मालगुडी. इसे ओटीटी प्लेटफॉर्म डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर देखा जा सकता है.
2. शक्तिमान
शक्तिमान को भारत के छोटे पर्दे का पहला सुपर हीरो कहें तो भी कुछ लगत नहीं होगा. जो एक हाथ के इशारे से गोल घूमकर उड़ता हुआ हर रविवार को हर घर में नजर आता था. ये 1990 के दशक का फेमस सुपर हीरो शो है. अपने कैची थीम सॉन्ग और एक्शन की वजह से ये उस वक्त बच्चों के बीच बहुद पॉपुलर हुआ. इसे ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो पर देखा जा सकता है.
3. विक्रम और बेताल
विक्रम और बेताल की कहानियों की खास बात ये है कि इसमें थ्रिल भी है और एक सीख भी. यही वजह रही कि 1980 में हर घर में बच्चों और बड़ों दोनों को ये शो बहुत पसंद आया. जिसमें राजा विक्रमादित्य और शैतान बेताल की लोककथा देखने और सुनने को मिलती थी. इसे यूट्यूब पर देखा जा सकता ह.
4. डक टेल्स
दूरदर्शन पर डक टेल्स नाम का एनिमेटेड शो 1990 के दशक में आता था. जिसमें अंकल स्क्रूज के साथ उनके तीन छोटे छोटे भतीजों की मजेदार कहानियां हुआ करती थीं. ये तीन छोटे डक थे हुई, डुवी और लुई. इसे डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर देखा जा सकता है.
5. जंगल बुक
रुडयार्ड किपलिंग की बुक पर बेस्ड ये मोगली की एनिमेटेड स्टोरी थी. जिसका टाइटल सॉन्ग ‘जंगल जंगल बात चली है, पता चला है', उस वक्त बच्चे की जुबान पर था. मोगली और उसके दोस्त बघीरा और भालू की कहानी उस दशक के बच्चे शायद ही कभी भुला पाएंगे. इसे जी5 पर देखा जा सकता है.