आज भले ही दूरदर्शन को कम ही लोग देखते हैं और कमर्शियल टीवी शो, फिल्म और ओटीटी की तरफ ज्यादा रुझान लोगों का हो गया है. लेकिन 1980 और 90 के दौर में दूरदर्शन से बेहतर कोई और चैनल नहीं होता था, जिस पर लगभग हर तरह के कार्यक्रम आते थे और खासकर संडे का इंतजार पूरे हफ्ते किया जाता था, क्योंकि संडे के दिन सुबह से लेकर रात तक दूरदर्शन पर तरह-तरह के कार्यक्रम आते थे. ये शोज बच्चों से लेकर बड़ों और बुजुर्गों तक का मनोरंजन करते थे, ऐसे में सोशल मीडिया पर दूरदर्शन के प्रोग्राम की एक लिस्ट वायरल हो रही है, जिसमें दिखाया गया है कि सुबह से लेकर शाम तक दूरदर्शन में कौन-कौन से कार्यक्रम आते थे.
गुजरा हुआ जमाना आ जाएगा याद
यूट्यूब पर Pranab Rongpi नाम से बने पेज पर दूरदर्शन पर रविवार को आने वाले कार्यक्रम की लिस्ट शेयर की गई है. इसमें बताया गया है कि दूरदर्शन में सुबह से लेकर रात तक कौन-कौन से कार्यक्रम आते थे. सबसे पहले शुरुआत होती थी सुबह 7:00 हिंदी समाचार से, इसके बाद सुबह 7:30 पर देखते थे ही मैन. बच्चों के इंटरटेनमेंट के बाद 8:00 बजे दूरदर्शन पर आती थी रंगोली, जिसमें सदाबहार गाने सुनने को मिलते थे. 8:30 बजे रविवार के दिन दूरदर्शन पर टेलीकास्ट होता था स्पेस सिटी सिग्मा, यह एक फ्रिक्शन कार्यक्रम था.
रविवार के दिन सुबह 9:00 बजे महाभारत आती थी, जिसे पूरा परिवार साथ में बैठकर देखता था. यह मेथेलॉजिकल शो पूरे 1 घंटे का होता था. इसके बाद सुबह 10:00 बजे शुरू होता था फिर वो ही तलाश, 10:30 बजे आता था नींव धारावाहिक. 11:00 बजे मेथेलॉजिकल शो विश्वमित्र दूरदर्शन पर टेलीकास्ट किया जाता था. इसके बाद दोपहर 1:00 बजे में मूक-बधिर लोगों के लिए समाचार दिखाए जाते थे, दोपहर 1:30 बजे से कोई भी रीजनल मूवी दिखाई जाती थी. दोपहर 2:00 बजे हिंदी न्यूज दोबारा दिखाई जाती थी, फिर शाम 5:45 पर हिंदी फीचर फिल्म दिखाई जाती थी. रात 9:30 बजे आता था स्ट्रीट हॉक और रात 10:00 बजे इंग्लिश टीचर फिल्म भी दूरदर्शन पर दिखाई जाती थी.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ दूरदर्शन का यह थ्रोबैक वीडियो
सोशल मीडिया पर दूरदर्शन के शोज का यह थ्रोबैक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है और 14000 से ज्यादा लोग इस वीडियो को लाइक कर चुके हैं. यूजर्स इस पर कमेंट कर रहे हैं कि यह हमारे दौर के बेस्ट टीवी शोज हुआ करते थे, तो वहीं कुछ लोग अपने फेवरेट टीवी शोज का जिक्र भी करने लगे, जो वह बचपन में दूरदर्शन पर देखा करते थे.