संजीवनी सीरियल से हुए फेमस, अब दाढ़ी और बढ़े वजन में दिख रहे पंकित ठक्कर को पहचानना होगा मुश्किल

कभी सौतन कभी सहेली और दिल मिल गए जैसे फेमस टीवी शो में अपनी एक्टिंग के जरिए घर-घर में पहचान बनाने वाले पंकित ठक्कर अब कैसे देखने लगे हैं आइए हम आपको बताते हैं.

विज्ञापन
Read Time: 23 mins
डीडी मैट्रो सीरियल कभी सौतन कभी सहेली से फेमस हुए पंकित ठक्कर
नई दिल्ली:

 टेलीविजन इंडस्ट्री में कई ऐसे कलाकार आए जिन्होंने सालों तक हमारा एंटरटेनमेंट किया लेकिन अचानक कहीं गायब हो गए. आज हम ऐसे ही एक एक्टर से आपको मिलवाने जा रहे हैं जिन्होंने टेलीविजन के मोस्ट पॉपुलर शो कभी सौतन कभी सहेली में दो पक्की सहेलियां से इश्क फरमाया लेकिन फिर लंबे समय से छोटे पर्दे पर नजर नहीं आए. हम बात कर रहे हैं एक्टर पंकित ठक्कर की जो इन दिनों अपने ट्रांसफॉर्मेशन को लेकर खूब सुर्खियों में हैं और अब उनका लुक इतना बदल गया है कि उन्हें पहचान पाना भी मुश्किल हो रहा है. तो चलिए आज हम आपको दिखाते हैं पंकित ठक्कर का ड्रास्टिक चेंज. 

इस तस्वीर को जरा गौर से देखिए मैरून कलर का ब्लेजर पहना नजर आ रहा है ये शख्स कौन है? जिसकी दाढ़ी बढ़ी हुई है, आंखों में चश्मा लगाया हुआ है और वजन भी पहले से थोड़ा बढ़ गया है.

ये तस्वीर कुछ समय पहले पंकित ने ही अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर की थी, जिसमें उनका ड्रास्टिक ट्रांसफॉर्मेशन नजर आ रहा है. जब दिल मिल गए सीरियल में वो यंग बॉय की तरह दिखते थे और अब जनम जनम का साथ में पंकित काफी डिफरेंट नजर आ रहे हैं.

Advertisement
Advertisement

मशहूर टीवी एक्टर पंकित ठक्कर ने 2001 में एकता कपूर के फेमस शो कभी सौतन कभी सहेली से अपने करियर की शुरुआत की थी, जो पहले डीडी मेट्रो पर प्रसारित होता था. बाद में इसे स्टार प्लस, डीडी नेशनल और टीवी एशिया पर टेलीकास्ट किया जाने लगा था. इतना ही नहीं पंकित ठक्कर साल 2001 में फिल्म तेरे लिए में साइड एक्टर के रोल में नजर आए थे. 

Advertisement
Advertisement

इसके अलावा पंकित ठक्कर स्पेशल स्क्वाड, दिल मिल गए, आप की नजरों ने समझा, तुझसे है राब्ता, तू कहे अगर और इंडिया कॉलिंग जैसे कई बेहतरीन शोज में नजर आ चुके हैं. अंकित की पर्सनल लाइफ की बात की जाए तो 12 सितंबर 2000 में उन्होंने टीवी एक्ट्रेस प्राची ठक्कर के साथ शादी की थी, जिससे उनकी एक बेटी है.

Featured Video Of The Day
Veer Bal Diwas: Guru Gobind Singh के रसोइये ने लालच में की मुखबिरी और साहबजादे हो गए शहीद ।Aurangzeb