'छोरियां चली गांव' की विनर बनीं अनीता हसनंदानी, बोलीं- मैं चिल्लाती नहीं, बल्कि... 

अनीता हसनंदानी ने कृष्णा श्रॉफ को हराकर छोरिया चली गांव का खिताब अपने नाम किया है, जिस पर एक्ट्रेस ने रिएक्शन दिया है.  

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'छोरियां चली गांव' की विनर बनीं अनीता हसनंदानी
नई दिल्ली:

टीवी एक्ट्रेस अनीता हसनंदानी ने चर्चित रियलिटी शो 'छोरियां चली गांव' की ट्रॉफी अपने नाम कर ली है. इस शो में उनकी कड़ी मेहनत, जुझारूपन और आत्मविश्वास ने न सिर्फ उन्हें विजेता बनाया बल्कि एक नए आयाम पर उनकी छवि को भी स्थापित किया. अनीता ने आईएएनएस से खास बातचीत में अपने इस सफर के अनुभव, चुनौतियों और भावनात्मक पहलुओं पर खुलकर बात की. अनीता ने अपने सफर के बारे में कहा, ''यह एक बेहद खूबसूरत यात्रा रही, जिसमें उतार-चढ़ाव दोनों थे. मैंने वह तरक्की हासिल की, जिसकी मुझे उम्मीद थी, यह अनुभव मेरी जिंदगी और मेरे बेटे आरव की परवरिश में भी बहुत मददगार साबित होगा. शारीरिक चुनौतियां खासकर काफी मुश्किल थीं, लेकिन जब आप मेहनत के बाद ट्रॉफी जीतते हैं, तो उस खुशी के आगे आप सबकुछ भूल जाते हैं. मैंने हर टास्क में अपनी पूरी क्षमता लगाई और इस शो को जीतकर गर्व महसूस कर रही हूं.''

उन्होंने सबसे कठिन टास्क के बारे में बताते हुए कहा, ''शारीरिक टास्क तो सचमुच चुनौतीपूर्ण थे. मुझे कूड़ा उठाने का काम भी करना पड़ा, जो मेरे लिए बिल्कुल नया और मुश्किलों भरा अनुभव था. लेकिन उस समय मुझे एहसास हुआ कि कुछ लोग इसी तरह काम करके अपना जीवन चलाते हैं. इस अनुभव ने मुझे उनकी मेहनत की कद्र करनी सिखाई.''

गुस्सा कैसे संभालती हैं, इस सवाल पर अनीता ने कहा, ''मैं गुस्सा जरूर होती हूं, लेकिन मेरा तरीका स्पष्ट होता है. मैं चिल्लाती नहीं, बल्कि अपनी बात समझाने की कोशिश करती हूं. जब मैं अपने किसी खास से लड़ती हूं तो मैं भावुक हो जाती हूं और आंसू बहने लगते हैं. यही मेरा स्वभाव है और वह मैंने इस शो में भी दिखाया.''

शो में अपने भावनात्मक पक्ष के बारे में उन्होंने बताया, ''अगर मैं किसी से सच्चा जुड़ाव महसूस करती हूं तो अपनी हंसी और आंसू दोनों जाहिर करती हूं. जब मेरा बेटा आरव शो में आया तो मैं बहुत भावुक हो गई थी. गांव के लोगों के साथ जो रिश्ते बने, वे मेरे लिए बहुत खास हैं और मैं उनकी कद्र करती हूं.''

जब उनसे पूछा गया कि क्या वे इन रिश्तों को आगे भी निभाएंगी, तो अनीता ने कहा, ''बिल्कुल! मैंने गांव के बच्चों की पढ़ाई में मदद करने का वादा किया है और मैं इसे पूरा करने की पूरी कोशिश करूंगी. वहां पानी की कमी, खराब सड़कें और अस्पतालों की कमी जैसी कई समस्याएं हैं, लेकिन मैं जहां तक हो सके मदद करना चाहती हूं.''

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अपने परिवार की प्रतिक्रिया पर खुशी जाहिर करते हुए एक्ट्रेस ने बताया कि, ''मेरे पति रोहित और बेटे आरव दोनों मुझे लेकर गर्व महसूस कर रहे हैं. खासकर आरव हमेशा ट्रॉफी को पकड़कर सबको दिखाता है. एक मां के तौर पर इससे बेहतर कोई एहसास नहीं हो सकता. मेरा एकमात्र लक्ष्य था कि मेरा बेटा मुझ पर गर्व करे, और वह पूरा हुआ.'' 

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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