Abdullahpur Ka Devdas: 'जिंदगी' भारतीय दर्शकों का दिल जीतने के लिये तैयार है. इसके लिए 26 फरवरी को चैनल अपना बेहद प्रतीक्षित शो 'अब्दुल्लापुर का देवदास' लॉन्च करने जा रहा है. 13 एपिसोड के इस शो को अंजुम शहजाद ने निर्देशित किया और इसे शाहिद डोगर ने लिखा है. यह शो प्यार, दोस्ती और काव्य जैसे नाटक का एक दिलचस्प संगम होने का वादा करता है. 'अब्दुल्लापुर का देवदास' एक छोटे कस्बे की पृष्ठभूमि पर आधारित फखर और काशिफ की कहानी है, जिनके किरदार 'एक झूठी लव स्टोरी' से मशहूर हुए बिलाल अब्बास, और राजा तालिश ने निभाए हैं. वह दोनों बेस्ट फ्रैंड्स हैं और एक ही लड़की से प्यार करते हैं, जिसका नाम गुलबानो (सारा खान अभिनीत) है. दोनों इस बात से अनजान हैं. हालांकि, गुलबानो की कल्पनाओं में देवदास नाम के एक कवि का बसेरा है. कहानी आगे बढ़ने के साथ काशिफ उसे बताता है कि वही देवदास है और गुलबानो उस पर फिदा हो जाती है. उसे पता नहीं है कि असली देवदास तो फखर है.
'अब्दुल्लापुर का देवदास' की कहानी
'अब्दुल्लापुर का देवदास' प्यार की एक बेहतरीन कहानी है, जो दिखाती है कि सचमुच प्यार में पड़ा कोई इंसान कैसे सभी सीमाओं को पार कर जाता है, चाहे उसे अपनी जिंदगी गंवानी पड़े. दिल को छू लेने वाली इस कहानी में प्यार, दोस्ती, धोखेबाजी और कुर्बानी का एक दमदार पैकेज है. इसके अलावा सवेरा नदीम, अनुशय अब्बासी और नोमान इजाज जैसे कलाकार कहानी को गहराई देते हैं. यह शो प्यार और दोस्ती के बीच नाजुक संतुलन भी दिखाता है और एक मार्मिक प्रश्न उठाता है कि 'महबूब या मोहब्बत?' हमारी जिन्दगी मेंप्यार सबसे ताकतवर होता है, लेकिन कुर्बानी और समझौते इस शो में ज्यादा मायने रखते हैं. जब फखर (बिलाल अब्बास) सोचता है कि उसकी प्रेमिका की खुशी उसकी खुशी से ज्यादा बड़ी है, तब वह कुर्बानी देने से भी पीछे नहीं हटता है.
'अब्दुल्लापुर का देवदास' का म्यूजिक
'अब्दुल्लापुर का देवदास' में आपके अनुभव को उम्दा बनाने के लिये दिल को छूने वाला संगीत भी है. इसमें सामी खान के रिक्रियेटेड लिरिक्स वाला गाना 'बीबा साडा दिल मोड़ दे', जिसे जैन अली, जुहैब अली, सामी खान और इकरा मंजूर ने गाया है और 'ओ साहिब' गाना, जिसे अदनान ढूल, जैन और जोहैब ने गाया है, शामिल हैं.
'अब्दुल्लापुर का देवदास' की गुलबानो सारा खान
सारा खान ने कहा, 'अब्दुल्लापुर का देवदास ऐसी प्रेम कहानी है, जो दिल तोड़ने के बावजूद प्रासंगिक है. इस अनोखी पटकथा पर ऐसे प्रतिभाशाली लोगों के साथ काम करने का अनुभव बेहतरीन था. पहली मीटिंग में कहानी सुनने के बाद ही मैं गुलबानो की भूमिका निभाना चाह रही थी. शहजाद नवाज, सवीरा नदीम, बिलाल अब्बास और बाकी कलाकारों के साथ काम करना किसी भी एक्टर के लिए सपने के सच होने जैसा है. निर्देशक अंजुम शहजाद ने शो के हर छोटे पहलू पर काम किया है और इससे मुझे अपनी पूरी क्षमता में गुलबानो का किरदार निभाने की चाहत मिली. यह शो जिंदगी पर रिलीज हो रहा है, इसलिये मैं बहुत उत्साहित हूं. भारतीय दर्शकों ने हमेशा प्यार लुटाया है और मैं दिल को छूने वाली हमारी कहानी पर उनके रिस्पॉन्स का बेसब्री से इंतजार कर रही हूं.'