‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ कैम्पेन नहीं चला, जानिए यूपी कांग्रेस के बड़े महिला चेहरों का क्या रहा हाल

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने 40 फीसदी टिकट महिलाओं को देने की ऱणनीति के साथ प्रदेश की 45 फीसदी महिला आबादी को पार्टी की ओर आकर्षित करने का बड़ा दांव चुनाव में खेला था.

‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ कैम्पेन नहीं चला, जानिए यूपी कांग्रेस के बड़े महिला चेहरों का क्या रहा हाल

Women Candidates : यूपी विधानसभा चुनाव में 42 महिलाओं ने चुनाव जीता

नई दिल्ली:

UP women candidates: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं'के नारे के साथ पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के नेतृत्व में चुनाव अभियान में जोरशोर से उतरी थी, लेकिन महिला वोटरों को लुभाते हुए उन्हें राजनीति में आगे लाने की ये कवायद बुरी तरह फेल रही है. पार्टी ने यूपी में 148 महिलाओं को उम्मीदवार बनाया था, लेकिन जीत सिर्फ एक को नसीब हुई. कांग्रेस की बड़ी महिला हस्तियों में शामिल प्रत्याशियों को तीन हजार से भी कम वोट मिले और उनकी जमानत जब्त हो गई. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने 40 फीसदी टिकट महिलाओं को देने की ऱणनीति के साथ प्रदेश की 45 फीसदी महिला आबादी को पार्टी की ओर आकर्षित करने का बड़ा दांव चुनाव में खेला था. हालांकि कामयाबी सिर्फ पार्टी की एक उम्मीदवार अनुराधा मिश्रा मोना को मिली. वो भी कांग्रेस के कद्दावर नेता प्रमोद तिवारी की बेटी हैं.

उन्नाव सदर सीट से कांग्रेस ने आशा देवी को टिकट दिया था, जो रेप पीड़िता की मां थीं. कांग्रेस ने उनके प्रचार कार्य में मदद के लिए मध्य प्रदेश और राजस्थान से भी कार्यकर्ताओं को बुलाया था. लेकिन उन्हें महज 1555 वोट मिले. आशा देवी की बेटी का कहना है कि हम चुनाव हारे हैं, लेकिन हम महिलाओं और पीड़ितों के संघर्ष में मदद करना चाहते हैं. हम पीछे नहीं हटेंगे. उनका कहना है कि प्रियंका गांधी के कहने पर वो इस बार खुद चुनाव नहीं लड़ीं. कांग्रेस ने लखनऊ मध्य सीट से सदफ जफऱ को प्रत्याशी बनाया था, जिन्होंने संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था. उन्हें महज 2927 वोट मिले. उनका कहना है कि मीडिया ने इसे बस बीजेपी बनाम सपा का चुनाव बना दिया. लेकिन वो अभी से अगले चुनाव की तैयारी में जुट गई हैं.

टीवी पत्रकारिता की दुनिया छोड़ चुनाव में उतरीं और संभल से कांग्रेस उम्मीदवार निदा अहमद भी कोई छाप नहीं छोड़ पाईं. वो राजनीतिक परिवार से ताल्लुक ऱखती हैं, लेकिन उन्हें भी 2256 वोट मिले. उनका दावा है कि उनके परिवार के ही दो बूथ पर 150 वोट हैं, लेकिन उन्हें वहां से महज 5 वोट ही मिले. सवाल उठता है कि क्या मेरे परिवार वालों ने भी मुझको वोट नहीं दिया. कांग्रेस की हस्तिनापुर से उम्मीदवार अर्चना गौतम मिस यूपी 2014 और मिस कास्मो वर्ल्ड 2018 रही थीं.

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वो कांग्रेस का दलित चेहरा थीं. बिकिनी पहने उनकी एक फोटो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थीं. उन्हें महज 1159 वोट मिले. गौतम का कहना है कि वो 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए तैयारी कर रही हैं. एक और उम्मीदवार मोहम्मदी असेंबली से कांग्रेस प्रत्याशी रितु सिंह थीं. पंचायत चुनाव के दौरान उनकी साड़ी खींचे जाने का मामला बहुत गरमाया था. रितु को भी 2149 वोट मिले.