उस लड़के की उम्र कम थी. वो चर्च में बाइबिल पढ़ा करता था. जहां उसकी मुलाकात एक शख्स से हुई. उस शख्स ने एक काम दिया. उस शख्स ने उस लड़के से कहा कि वो उसे किताब पढ़कर सुनाया कर और इसकी एवज में वह उसे पैसे भी देगा. लड़का किताब पढ़कर सुनाने लगा. फिर उस लड़के ने उस रईस बुजुर्ग को एक फोन गिफ्ट किया और बुजुर्ग का दिल किताबों से ज्यादा फोन में लगने लगा. एक दिन वह मर गया और लड़के ने उस मोबाइल को उसके ताबूत में ही रख दिया. लेकिन जो उसके बाद हुआ वह खौफनाक था. लड़के को उस शख्स के फोन आते. मैसेज आते. लड़का उससे कुछ कहने को कहता तो वह कर भी देता. इस तरह लड़के की पूरी जिंदगी में उथल-पुथल आ गई. ()
आपको यह कहानी काफी खौफनाक लगी होगी. लेकिन हम आपको बता देते हैं कि यह किस्सा रियल लाइफ नहीं बल्कि रील लाइफ का है. हाल ही में ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर हैलोवीन मंथ को देखते हुए 'मिस्टर हैरिगन्स फोन' फिल्म रिलीज हुई है. यह फिल्म हॉरर किताबें लिखने वाले लेखकर स्टीफन किंग की कहानी पर आधारित है. फिल्म को जॉन ली हैनकॉक ने डायरेक्ट किया है. फिल्म में जेडन मार्टेल, डोनाल्ड सदरलैंड और किर्बी हॉवेल लीड रोल में हैं. इस तरह हैलोवीन के महीने में यह हॉरर की डोज लेने वालों के लिए एकदम परफेक्ट फिल्म है.